अगर सुख पाना चाहते हैं तो हमें खुद ही काम करना होगा, दूसरों पर निर्भर रहने से हमारा कल्याण नहीं होगा...
बुराई से बुराई खत्म नहीं होती. बुराई को प्रेम से ही खत्म किया जा सकता है...
सौ की सलाह लेने से अच्छा हैं, अनुभव की एक ठोकर खाकर देखों, आपको बहुत ज्यादा मजबूत बना देगी